वैज्ञानिक नीतभार में स्कैनिंग स्कैटरोमीटर (स्कैट) उपकरण शामिल है।
स्कैनिंग स्कैटरोमीटर (स्कैट)
स्कैट एक सक्रिय सूक्ष्मतरंग युक्ति है जिसे सैक/इसरो, अहमदाबाद में डिजाइन और विकसित किया गया है। इसका उपयोग रेडार बैकस्कैटर के आकलन के माध्यम से समुद्र की सतह के स्तर के पवन वैक्टर निर्धारित करने के लिए किया जाता है। स्कैटरोमीटर प्रणाली में 1 मीटर परवलयिक डिश एंटीना और दो पेंसिल बीम उत्पन्न करने के लिए एक दोहरी फ़ीड असेंबली है और पूरे प्रमार्ज को कवर करने के लिए 20.5 आरपीएम की दर से स्कैन किया जाता है। केयू-बैंड पेंसिल बीम स्कैटरोमीटर 13.515 गीगाहर्ट्ज़ पर संचालित एक सक्रिय माइक्रोवेव रेडार है जो 25 x 25 किमी आकार का ग्राउंड विभेदन सेल प्रदान करता है। 1 मीटर व्यास के परवलयिक डिश एंटीना को पृथ्वी प्रेक्षण अक्ष के संबंध में लगभग 46 डिग्री के केंट कोण पर आरोहित किया गया है। यह एंटीना +ve Yaw अक्ष पर स्कैन अक्ष के साथ स्कैन तंत्र का उपयोग करके 20.5 आरपीएमपर लगातार घुमाया जाता है। एंटेना के फोकल प्लेन में दो ऑफसेट फीड का उपयोग करके, दो बीम उत्पन्न होते हैं जो जमीन की सतह को शंक्वाकार रूप में स्कैन करते हैं। समुद्र की सतह से प्रत्येक बीम में बैक स्कैटर्ड पावर को पवन वेक्टर प्राप्त करने के लिए मापा जाता है। जमीन पर आंतरिक बीम 48.90°का आपतन कोण बनाती है और बाहरी बीम 57.60°का आपतन कोण बनाती है।यह आंतरिक बीम के लिए क्रमशः 1400 किमी और बाहरी बीम के लिए 1840 किमी की निरंतर पट्टी को कवर करता है। आंतरिक और बाहरी बीम को प्रेषण और अधिग्रहण मोड दोनों के लिए क्रमशः क्षैतिज और ऊर्ध्वाधर ध्रुवीकरण में अभिविन्यासित किया गया है। इसका उद्देश्य 2 दिनों के पुनरीक्षण समय के साथ वैश्विक महासागर कवरेज और पवन वेक्टर पुनर्प्राप्ति प्रदान करना है।
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