उपग्रह में 3 नीतभार हैं:
· मौसमविज्ञान (एमईटी) - प्रतिबिंबित्रऔरध्वनित्र
· डेटारिलेप्रेषानुकर (डीआरटी)
· उपग्रह आधारित खोज एवं बचाव (एसएएसएंडआर)
·
मौसम संबंधी नीतभार
इनसैट-3डीआरअंतरिक्ष यान में उन्नत प्रतिबिंबित्र और ध्वनित्र उपकरण शामिल हैं।
प्रतिबिंबित्र
इनसैट-3डीआर प्रतिबिंबित्र एक दृश्य (0.52-0.72 माइक्रोमीटर) और पांच अवरक्त बैंडों 1.55-1.70 (एसडब्ल्यूआईआर), 3.80-4.00 (एमआईआर), 6.50-7.00 (जल वाष्प), 10.2-11.2 (टीआईआर-1) और 11.5-12.5 (टीआईआर-2) में भूस्थैतिक ऊंचाई से पृथ्वी डिस्क की प्रतिबिंबन क्षमता प्रदान करता है। उप-उपग्रह बिंदु पर जमीनी विभेदन दृश्यमान और एसडब्ल्यूआईआरबैंड के लिए आमतौर पर 1किमी x 1किमी, एक एमआईआरऔर दोनों टीआईआरबैंड के लिए 4किमी x 4किमीऔर जल वाष्पबैंड के लिए 8किमी x 8किमीहै।
प्रतिबिंबित्र वीएचआरआर-2 (अति उच्च विभेदन रेडियोमीटर) हेरिटेज इंस्ट्रूमेंट का एक बेहतर डिजाइन है, जिसे मेसो स्केल की घटनाओं और गंभीर स्थानीय तूफानों की निगरानी के लिए दृश्य बैंड में कल्पना -1 विभेदन पर उड़ाया जाता है। क्रमशः 1किमी और 4किमी विभेदन वाले दो नए एसडब्ल्यूआईआरऔर एमडब्ल्यूआईआरबैंड, बेहतर भूमि-मेघ विविक्तकरण और बर्फ जैसी सतह की विशेषताओं का पता लगाने की क्षमता प्रदान करेंगे। एक और महत्वपूर्ण सुधार 4किमी विभेदन के साथ 10.2-11.2 और 11.5-12.5 माइक्रोमीटर क्षेत्रों में दो अलग-अलग विंडो वाला स्प्लिट-बैंड टीआईआर चैनल है।
यह नया तत्व भारतीय क्षेत्र में समुद्र की सतह का तापमान अधिक सटीकता के साथ प्राप्त करने में सक्षम बनाता है क्योंकि वायुमंडलीय क्षीणन प्रभावों को खत्म करने के लिए दोहरी विंडो एल्गोरिदम लागू किया जा सकता है। दृश्यमान चैनल का 1 किमी विभेदन और तापीय अवरक्तचैनलों का 4 किमी विभेदन अप्रत्यक्ष रूप से बहिर्गामी दीर्घतरंग विकिरण और मेघ गति सदिश जैसे व्युत्पन्न उत्पादों की सटीकता में सुधार करता है। इनसैट-3डीआर प्रतिबिंबित्र नीतभार इनसैट-3डी प्रतिबिंबित्र की प्रतिकृति है।
प्रतिबिंबित्र के प्रमुख पैरामीटर |
||||||||||||||||||||||||
|
ध्वनित्र
इनसैट-3डीआरध्वनित्र में एक दृश्य बैंड के साथ दीर्घतरंग और लघुतरंग बैंड पर वितरित 18 अवरक्त चैनल हैं। दृश्य चैनल वातावरण के तापमान और आर्द्रता संरचना के त्रि-आयामी मानचित्र बनाने में सहायता के लिए मेघ और पृथ्वी का साररूप दृश्य प्रदान करता है।
यह ध्वनित्र इसरो में डिजाइन और विकसित भूस्थिर इनसैट श्रृंखला का प्रथम उपकरण है। इसका समग्र उद्देश्य वातावरण का त्रि-आयामी निरूपण प्राप्त करने के लिए तापमान और आर्द्रता प्रोफाइल (ऊर्ध्वाधर वितरण) का मापन है। पूर्ण फ्रेम स्कैन के लिए हर 3 घंटे में 10 किमी भू-विभेदन पर परिज्ञापन की आवश्यकता होती है। इससे तापमान और आर्द्रता के ऊर्ध्वाधर प्रोफाइल की व्युत्पत्ति संभव होती है। इन ऊर्ध्वाधर प्रोफाइलों का उपयोग विभिन्न वायुमंडलीय स्थिरता सूचकांकों और वायुमंडलीय जल वाष्प मात्रा और कुल कॉलम ओजोन मात्रा जैसे अन्य मापदंडों को प्राप्त करने के लिए किया जा सकता है। इनसैट-3डीआरध्वनित्र नीतभार, इनसैट-3डीध्वनित्र की प्रतिकृति है।
ध्वनित्र के प्रमुख पैरामीटर |
|||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
|
|||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
वर्णक्रमी प्राचल और ध्वनित्र की संवेदनशीलता |
|||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
|
संचार नीतभार
कुछ इनसैट सेवाओं की निरंतरता प्रदान करने के लिए संचार प्रेषानुकर विन्यासित करने की आवश्यकता होती है। प्रक्षेपण अनुकूलता के लिए उपग्रहका कुल द्रव्यमान 2211 किग्रा और संचार नीतभार घटकों के लिए 70 किग्रा (लगभग) द्रव्यमान उचित माना जाता है। संचार नीतभार घटक हैं - मौसम विज्ञान प्रेषित्र, डेटा रिले प्रेषानुकर, उपग्रह आधारित खोज एवं बचाव (एसएएस एवं आर) प्रेषानुकर और एस-बैंड प्रसारण उपग्रह सेवा प्रेषानुकर।