वैज्ञानिक नीतभार में तीन उपकरण हैं। दो भारतीय हैं और एक इतालवी अंतरिक्ष एजेंसी से है।
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महासागर रंग मॉनिटर (ओसीएम)
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क्रमवीक्षण प्रकीर्णमापी (स्कैट)
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वायुमंडलीय अध्ययन के लिए रेडियो आच्छादन ध्वनित्र (रोसा)
महासागर रंग मॉनिटर (ओसीएम)
ओसीएमएक 8-बैंड बहु-वर्णक्रमी कैमरा है जो दृश्य और निकट अवरक्तवर्णक्रमी परास में काम करता है। यह कैमरा 360 मीटर का तात्कालिक ज्यामितीय दृष्टि क्षेत्र और 1420 किमी का प्रमार्ज प्रदान करता है। ओसीएमको ट्रैक के साथ +20 डिग्री तक अभिनत किया जा सकता है।
स्कैनिंग स्कैटरोमीटर (स्कैट)
स्कैट एक सक्रिय सूक्ष्मतरंग युक्ति है जिसे इसरो/सैक, अहमदाबाद में डिजाइन और विकसित किया गया है। इसका उपयोग रेडार बैकस्कैटर के आकलन के माध्यम से समुद्र की सतह के स्तर के पवन सदिश निर्धारित करने के लिए किया जाता है। स्कैटरोमीटर प्रणाली में 1 मीटर परवलयिक डिश एंटेना और दो पेंसिल बीम उत्पन्न करने के लिए एक दोहरी फ़ीड असेंबली है और पूरे प्रमार्ज को कवर करने के लिए 20.5 आरपीएम की दर से स्कैन किया जाता है। केयू-बैंड पेंसिल बीम स्कैटरोमीटर 13.515 गीगाहर्ट्ज़ पर संचालित एक सक्रिय सूक्ष्मतरंग रेडार है जो 50x50 किमी आकार का भूमि विभेदन सेल प्रदान करता है। इसमें 1 मीटर व्यास के परवलयिक डिश एंटेना को पृथ्वी प्रेक्षण अक्ष के संबंध में लगभग 46 डिग्री के कैंट कोण पर आरोहित किया जाता है। यह एंटेना +ve Yaw अक्ष पर स्कैन अक्ष के साथ स्कैन तंत्र का उपयोग करके 20.5 आरपीएमपर लगातार घुमाया जाता है। एंटेना के फोकल प्लेन में दो ऑफसेट फीड का उपयोग करके, दो बीम उत्पन्न होते हैं जो जमीन की सतह को शंक्वाकार रूप से स्कैन करते हैं। समुद्र की सतह से प्रत्येक बीम में बैक स्कैटर्ड पावर को पवन सदिश प्राप्त करने के लिए मापा जाता है। यह ओशनसैट-1 का उन्नत संस्करण है। आंतरिक बीम 48.90°का आपतन कोण बनाती है और बाहरी बीम जमीन पर 57.60°का आपतन कोण बनाती है। यह आंतरिक बीम के लिए क्रमशः 1400 किमी और बाहरी बीम के लिए 1840 किमी की निरंतर पट्टी को कवर करता है। आंतरिक और बाहरी बीम को प्रेषण और अधिग्रहण मोड दोनों के लिए क्रमशः क्षैतिज और ऊर्ध्वाधर ध्रुवीकरण में अभिविन्यासित किया गया है। इसका उद्देश्य 2 दिनों के पुनरीक्षण समय के साथ वैश्विक महासागर कवरेज और पवन सदिश पुनर्प्राप्ति प्रदान करना है।
वायुमंडलीय अध्ययन के लिए रेडियो आच्छादन ध्वनित्र (रोसा)
रोसा एएसआई (इतालवी अंतरिक्ष एजेंसी) द्वारा प्रदत्त एक नया जीपीएस आच्छादन रिसीवर है। इसका उद्देश्य निचले वायुमंडल और आयनमंडल को चिह्नित करना है, जिससे इन नए रेडियो आच्छादन डेटा सेटों का उपयोग करने वाली कई वैज्ञानिक गतिविधियों के विकास की संभावनाएं खुल सकें।